Breaking News
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने संत रविदास की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने संत रविदास की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया
महाराज ने “घन्ना भाई” के निधन को बताया कला जगत की बड़ी क्षति
महाराज ने “घन्ना भाई” के निधन को बताया कला जगत की बड़ी क्षति
हमारे खिलाड़ियों ने बनाया राष्ट्रीय खेलों को भव्य, समापन कार्यक्रम भी होगा शानदार- रेखा आर्या
हमारे खिलाड़ियों ने बनाया राष्ट्रीय खेलों को भव्य, समापन कार्यक्रम भी होगा शानदार- रेखा आर्या
यूसीसी में किसी को भी नहीं मिलेगी थर्ड पार्टी सूचना
यूसीसी में किसी को भी नहीं मिलेगी थर्ड पार्टी सूचना
प्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद उर्फ घन्ना भाई को राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई
प्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद उर्फ घन्ना भाई को राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई
एसडीसी फाउंडेशन ने जारी की “मैपिंग लैंडस्लाइड एंड वल्नेरेबिलिटी जोन्स ऑन चार धाम यात्रा रूट – अ सिटिजन सेंट्रिक लेंस” रिपोर्ट
एसडीसी फाउंडेशन ने जारी की “मैपिंग लैंडस्लाइड एंड वल्नेरेबिलिटी जोन्स ऑन चार धाम यात्रा रूट – अ सिटिजन सेंट्रिक लेंस” रिपोर्ट
इन आदतों से पड़ता है सेहत पर बुरा असर, सेहतमंद रहने के लिए अपनी दिनचर्या में करें सुधार
इन आदतों से पड़ता है सेहत पर बुरा असर, सेहतमंद रहने के लिए अपनी दिनचर्या में करें सुधार
भारत और इंग्लैंड के बीच वनडे सीरीज का आखिरी मुकाबला आज 
भारत और इंग्लैंड के बीच वनडे सीरीज का आखिरी मुकाबला आज 
सूबे में सरकार ने घोषित किये 13 आदर्श संस्कृत ग्राम
सूबे में सरकार ने घोषित किये 13 आदर्श संस्कृत ग्राम

यूएमएल का नेपाली कांग्रेस के साथ नया गठबंधन

यूएमएल का नेपाली कांग्रेस के साथ नया गठबंधन

नेपाल में पिछले तीन-चार दिनों में जो राजनीतिक घटनाक्रम हुए उनके नतीजे सोमवार की आधी रात को सामने आए। इस नाटकीय घटनाक्रम में सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार में शामिल कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (यूएमएल) ने नेपाली कांग्रेस के साथ नया गठबंधन बनाने को लेकर समझौता कर लिया। समझौते के तहत कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (यूएमएल) के अध्यक्ष केपी शर्मा ओली और नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेरबहादुर देउबा बारी-बारी से सरकार का नेतृत्व करेंगे। इन दोनों नेताओं ने सरकार बनाने के संबंध में अर्धरात्रि को जो समझौता किया इससे जाहिर होता है कि वे दिन के उजाले में नेपाल की समकालीन राजनीति के साथ फरेब वाला समझौता करने से भयभीत थे।

देश की दो बड़ी राजनीतिक पार्टियां और उनके दो कद्दावर नेताओं ने नई गठबंधन सरकार बनाने को लेकर जिस तरह का निर्णय लिया वह नेपाल की लोकतांत्रिक राजनीति को ढलान की ओर ले जाता है। संविधान और लोकतंत्र के नाम पर किए गए इस राजनीतिक समझौते से देश का राजनीतिक भविष्य एक बार फिर अनिश्चितता की ओर बढ़ रहा है। समझौते के मुताबिक, पहले ओली डेढ़ साल के लिए प्रधानमंत्री का पद संभालेंगे और उसके बाद देउबा के लिए अपना पद छोड़ेंगे। लेकिन नेपाल के राजनीतिक उतार-चढ़ाव को देखकर कहना मुश्किल है कि ओली समझौते के मुताबिक अपने वादे को निभाएंगे।

ओली और देउबा के बीच में सत्ता के लिए जो समझौता हुआ है, वह कितने दिन तक चल पाएगा अभी से कहना मुश्किल है क्योंकि दोनों नेता जिन दलों का प्रतिनिधित्व करते हैं, वे वैचारिक रूप से धुर विरोधी हैं। इसलिए कहा जाना चाहिए कि कपड़ों की तरह गठबंधन का सहयोगी बदलने के पीछे कोई सिद्धांत नहीं, बल्कि सत्ता की चाह काम करती है। हालांकि सत्ता के इस उलटफेर के भी कुछ सकारात्मक संदेश हैं।
नेपाली संसद की कुल 275 सीटों में से 88 नेपाली कांग्रेस और 79 सीटें कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (यूएमएल) के पास हैं। मात्र 32 सीटें वाली कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (माओवादी सेंटर) के नेता प्रचंड जोड़-तोड़ करके प्रधानमंत्री बन जाते हैं। ओली और देउबा के समझौते से इस तरह की प्रवृत्ति को धक्का पहुंचा है। इसे नेपाली राजनीति के लिए शुभ कहा जाना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top