Breaking News
उत्तराखंड पर्यटन को विश्वभर में सम्मान दिलाया रिनचेन ने- महाराज
उत्तराखंड पर्यटन को विश्वभर में सम्मान दिलाया रिनचेन ने- महाराज
ग्रीन कार्ड के बिना नही होगा वाहनों का पंजीकरण, परिवहन विभाग ने किया अनिवार्य 
ग्रीन कार्ड के बिना नही होगा वाहनों का पंजीकरण, परिवहन विभाग ने किया अनिवार्य 
चारधाम यात्रा को सुगम बनाने में मील का पत्थर साबित होगी सिलक्यारा सुरंग – मुख्यमंत्री धामी 
चारधाम यात्रा को सुगम बनाने में मील का पत्थर साबित होगी सिलक्यारा सुरंग – मुख्यमंत्री धामी 
यूकेएसएसएससी की विज्ञान विषयों से जुड़ी समूह-ग की भर्ती परीक्षा होगी स्थगित 
यूकेएसएसएससी की विज्ञान विषयों से जुड़ी समूह-ग की भर्ती परीक्षा होगी स्थगित 
बढ़ती गर्मी के साथ क्यों बढ़ रहा डायबिटीज का खतरा, आइये जानते हैं इसके कारण और बचाव के उपाय 
बढ़ती गर्मी के साथ क्यों बढ़ रहा डायबिटीज का खतरा, आइये जानते हैं इसके कारण और बचाव के उपाय 
प्रदेश में यूसीसी के अंतर्गत 46 जोड़ों ने किया लिव इन आवेदन
प्रदेश में यूसीसी के अंतर्गत 46 जोड़ों ने किया लिव इन आवेदन
सूबे के चिकित्सा शिक्षा विभाग को मिली 54 स्थाई फैकल्टी
सूबे के चिकित्सा शिक्षा विभाग को मिली 54 स्थाई फैकल्टी
भारत में सबसे लंबी सुरंग उत्तराखंड के देवप्रयाग सौड़ से जनासु तक 14.49 किमी का हुआ ब्रेकथ्रू 
भारत में सबसे लंबी सुरंग उत्तराखंड के देवप्रयाग सौड़ से जनासु तक 14.49 किमी का हुआ ब्रेकथ्रू 
राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए खेल ढांचा तैयार रखें-  रेखा आर्या
राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए खेल ढांचा तैयार रखें-  रेखा आर्या

ज्योर्तिमठ में येलो और ग्रीन केटेगरी के भवनों को अस्थाई मरम्मत की मिली अनुमति

ज्योर्तिमठ में येलो और ग्रीन केटेगरी के भवनों को अस्थाई मरम्मत की मिली अनुमति

ज्योतिर्मठ आपदा- नवनिर्माण नहीं होगा सिर्फ मरम्मत होगी

चमोली। ज्योर्तिमठ में भू-धसाव से प्रभावित येलो और ग्रीन केटेगरी के आवासीय भवनों की अस्थाई मरम्मत के लिए प्रशासन ने अनुमति प्रदान कर दी है। जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने इसके आदेश जारी किए हैं। यह अनुमति इस शर्त पर दी गई है कि केवल भवनों की मरम्मत की जाएगी और किसी प्रकार का नवनिर्माण कार्य नहीं किया जाएगा। भवन मालिकों को इस आशय का शपथ पत्र भी देना होगा कि वे केवल मरम्मत का कार्य करेंगे।

यह निर्णय तहसील ज्योर्तिमठ में 25 सितंबर 2024 को आयोजित बैठक में लिया गया, जिसमें मूल निवासी स्वाभिमान संगठन और भू-धसाव प्रभावितों ने प्रशासन से शीत ऋतु में ठंड से बचाव के लिए मरम्मत की अनुमति देने की मांग की थी। वर्ष 2023 में हुए भू-धसाव के कारण कई आवासीय भवनों में दरारें आ गई थीं, जिससे उन्हें तकनीकी टीम द्वारा असुरक्षित घोषित कर दिया गया था। इन भवनों को विभिन्न श्रेणियों में बांटा गया है – रेड (482 भवन), ब्लैक (34 भवन), यलो (442 भवन), और ग्रीन (280 भवन)।

अभी तक 217 परिवारों को उनके क्षतिग्रस्त भवनों के लिए पूरी धनराशि वितरित की जा चुकी है, जबकि अन्य प्रभावित परिवारों को धनराशि नहीं मिल पाई है। इन परिवारों को आगामी शीत ऋतु में राहत देने के लिए अस्थाई मरम्मत की अनुमति दी गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top