Breaking News
खेल मंत्री रेखा आर्या का मुख्य सचिव को सुझाव, राष्ट्रीय खेल सचिवालय में ही हों
ब्लॉक प्रमुख व ग्राम प्रधानों को प्रशासक बनाने की घड़ी पांच दिन और टली
प्रकाश सुमन ध्यानी की पुस्तक ‘उपनिषदीय दर्शन बोध’ का विमोचन किया गया
‘वनवास’ का ट्रेलर रिलीज, दिल छू लेने वाली कहानी लेकर आए नाना पाटेकर और उत्कर्ष शर्मा
यूपी निर्माण निगम को गुणवत्ताहीन निर्माणाधीन आईटीआई भवनों के मामले में नोटिस जारी
प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज सही है या नहीं, जानें क्या है पूरा सच
अखिलेश यादव ने संभल हिंसा को सोची-समझी साजिश बताया, पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
ब्लाक प्रमुखों एवं ग्राम प्रधानों को भी मिल सकती है प्रशासक की जिम्मेदारी
59 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर वृद्धावस्था पेंशन के लिए करें आवेदन

बाबा केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव मूर्ति पहुंची मंदिर परिसर 

कल तीन नवंबर भैयादूज को श्री केदारनाथ धाम के कपाट बंद होंगे

श्री केदारनाथ धाम। केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने से एक दिन पहले बाबा केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव मूर्ति आज प्रात: मंदिर परिसर पहुंची। इस अवसर पर श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय पंचमुखी उत्सव मूर्ति की पूजा-अर्चना में शामिल रहे।

बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि श्री केदारनाथ धाम के कपाट कल 3 नवंबर भैया दूज के पावन अवसर पर सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे। कपाट बंद होने के बाद बाबा केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव मूर्ति विभिन्न पड़ावों में प्रवास के बाद शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी।

इसी क्रम में आज भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी मूर्ति को भंडार से बाहर लाया गया पंचमुखी उत्सव मूर्ति को पुजारी शिवशंकर लिंग द्वारा स्नान कराया गया धर्माधिकारी औंकार शुक्ला वेदपाठी स्वयंबर सेमवाल ने पूजा-अर्चना संपन्न की तथा श्रद्धालुओं ने पंचमुखी उत्सव मूर्ति के दर्शन किये। मंदिर की परिक्रमा के बाद भगवान केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव मूर्ति डोली को मंदिर परिसर में विराजमान कर दिया गया।

इस अवसर पर बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल प्रभारी अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, पूर्व अध्यक्ष विनोद शुक्ला,देवानंद गैरोला, अरविंद शुक्ला ,कुलदीप धर्म्वाण ललित त्रिवेदी सहित सैकड़ों श्रद्धालुजन मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top