Breaking News
उत्तराखंड पर्यटन को विश्वभर में सम्मान दिलाया रिनचेन ने- महाराज
उत्तराखंड पर्यटन को विश्वभर में सम्मान दिलाया रिनचेन ने- महाराज
ग्रीन कार्ड के बिना नही होगा वाहनों का पंजीकरण, परिवहन विभाग ने किया अनिवार्य 
ग्रीन कार्ड के बिना नही होगा वाहनों का पंजीकरण, परिवहन विभाग ने किया अनिवार्य 
चारधाम यात्रा को सुगम बनाने में मील का पत्थर साबित होगी सिलक्यारा सुरंग – मुख्यमंत्री धामी 
चारधाम यात्रा को सुगम बनाने में मील का पत्थर साबित होगी सिलक्यारा सुरंग – मुख्यमंत्री धामी 
यूकेएसएसएससी की विज्ञान विषयों से जुड़ी समूह-ग की भर्ती परीक्षा होगी स्थगित 
यूकेएसएसएससी की विज्ञान विषयों से जुड़ी समूह-ग की भर्ती परीक्षा होगी स्थगित 
बढ़ती गर्मी के साथ क्यों बढ़ रहा डायबिटीज का खतरा, आइये जानते हैं इसके कारण और बचाव के उपाय 
बढ़ती गर्मी के साथ क्यों बढ़ रहा डायबिटीज का खतरा, आइये जानते हैं इसके कारण और बचाव के उपाय 
प्रदेश में यूसीसी के अंतर्गत 46 जोड़ों ने किया लिव इन आवेदन
प्रदेश में यूसीसी के अंतर्गत 46 जोड़ों ने किया लिव इन आवेदन
सूबे के चिकित्सा शिक्षा विभाग को मिली 54 स्थाई फैकल्टी
सूबे के चिकित्सा शिक्षा विभाग को मिली 54 स्थाई फैकल्टी
भारत में सबसे लंबी सुरंग उत्तराखंड के देवप्रयाग सौड़ से जनासु तक 14.49 किमी का हुआ ब्रेकथ्रू 
भारत में सबसे लंबी सुरंग उत्तराखंड के देवप्रयाग सौड़ से जनासु तक 14.49 किमी का हुआ ब्रेकथ्रू 
राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए खेल ढांचा तैयार रखें-  रेखा आर्या
राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए खेल ढांचा तैयार रखें-  रेखा आर्या

महाराज ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से की शिष्टाचार भेंट

महाराज ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से की शिष्टाचार भेंट

महाभारत सर्किट पर हुई चर्चा

देहरादून/दिल्ली। प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नयाब सिंह सैनी से भेंट कर महाभारत सर्किट से पर विस्तृत चर्चा की।

प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने बुधवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री नयाब सिंह सैनी से दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में शिष्टाचार भेंट कर उनसे कहा कि उत्तराखंड में महाभारत काल से जुड़े कई ऐतिहासिक और पौराणिक स्थान हैं। यहीं से पांडव स्वर्ग रोहण को भी गए थे। इसलिए हम प्रदेश में महाभारत सर्किट को विकसित करने पर कार्य कर रहे हैं। इससे निश्चित रूप से पर्यटकों को महाभारत काल के इतिहास, संस्कृति और पौराणिक कथाओं को जानने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि महाभारत सर्किट के तहत कुरूक्षेत्र को उत्तराखंड के उन स्थानों से जोड़ना चाहिए जहां-जहां पाण्डवों ने प्रवास किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top