Breaking News
प्रदेश सरकार हर साल बेटियों को उच्च शिक्षा के लिए देगी धनराशि, सीएम धामी ने दिए निर्देश
भारत अगर उत्पादन के लिए खुद को तैयार करना शुरू कर दे तो वह चीन से प्रतिस्पर्धा कर सकता है – राहुल गांधी
सनातन धर्म पर चोट करने वालों को जरूरी है जवाब देना- महाराज
धामी सरकार खोल रही नौकरी का पिटारा, 4400 पदों पर इसी माह से भर्ती
बलात्कार के दोषी को फांसी की सजा
ज्योतिर्मठ-मलारी हाईवे वाहनों की आवाजाही के लिए तीसरे दिन खुला
अधेड़ ने आठ साल की बच्ची के साथ किया दुष्कर्म, मामला दर्ज
मणिपुर में एक बार फिर भड़की हिंसा, जिरीबाम जिलें में पांच लोगों की हुई मौत 
नये डीएम बोले, एक भी बच्चा भिक्षावृत्ति करता न दिखे

स्वतंत्रता दिवस – प्रधानमंत्री मोदी ने लगातार 11वीं बार लाल किले से किया ध्वजारोहण 

महिलाओं के प्रति अपराधों की तुरंत जांच हो – पीएम मोदी

नई दिल्ली। देश आज 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार 11वीं बार लाल किले की प्राचीर से ध्वजारोहण किया। वहीं, पीएम मोदी ने अपने संबोधन में  इशारों में बंगाल की घटना को लेकर गुस्सा जताया। उन्होंने महिलाओं के प्रति हो रहे अपराध को भी उठाया। पीएम ने कहा कि महिलाओं के प्रति अपराधों की तुरंत जांच हो। कृत्य करने वालों को सख्त से सख्त सजा हो। गौरतलब है, हाल ही में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। इस मामले पर लगातार विवाद गहराता जा रहा है। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर और छात्र सड़क पर उतरकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘महिलाओं के प्रति अपराधों की तुरंत जांच हो। कृत्य करने वालों को ज्यादा से ज्यादा, सख्त से सख्त और जल्दी से जल्दी सजा हो। जब ऐसी राक्षसी मनोवृत्ति को सजा होती है तो वह नजर नहीं आती कोने में कहीं पड़ी रहती है। ऐसे राक्षसी कृत्य करने वालों को होने वाली सजाओं के बारे में खबरें अब सामने आना जरूरी है, ताकि लोगों को पता चले कि ऐसे कृत्यों का क्या परिणाम होता है।’ उन्होंने कहा, ‘महिलाओं का हम दमखम देख रहे हैं। लेकिन दूसरी तरफ कुछ चिंता की बातें भी आती हैं और आज मैं लाल किले से एक पीड़ा व्यक्त करना चाहता हूं। एक समाज के नाते हमें गंभीरता से सोचना होगा। हमारी माताओं-बहनों, बेटियों के प्रति अत्याचार हो रहे हैं। उसके प्रति देश का आक्रोश है, जनसामान्य का आक्रोश है। इस आक्रोश को मैं महसूस कर रहा हूं। इसे देश को, समाज को, हमारी राज्य सरकारों को गंभीरता से लेना होगा।’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top