Breaking News
मुख्यमंत्री धामी ने ‘प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी’ के अन्तर्गत 101 लाभार्थियों को सौंपी चाबी
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड के जमशेदपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र वितरित किए
मुख्यमंत्री धामी ने दृष्टिबाधितार्थ बच्चों संग केक काटकर मनाया जन्मदिन
गोपीचंद स्टारर ‘विश्वम’ का बेहद मनोरंजक टीजर जारी, 11 अक्टूबर रिलीज होगी फिल्म
बारिश छोड़ गई बर्बादी के निशान, कुमाऊं में 243 सड़कें बंद, डेढ़ लाख से अधिक की आबादी प्रभावित
सीएम धामी के जन्मदिन पर बदरी-केदार सहित कई प्रमुख मंदिरों में हुई पूजा
बर्तन साफ करने वाले डिटर्जेंट से हो सकता है आपकी जान को खतरा, इस्तेमाल करने से पहले जानें इसके नुकसान
प्रधानमंत्री मोदी आज टेली कान्फ्रेंसिंग के जरिये देश की पहली वंदे भारत मेट्रो काे दिखाएंगे हरी झंडी
भूस्खलन के चलते आदि कैलाश यात्रा मार्ग में फंसे यात्रियों का किया रेस्क्यू

हंस फाउंडेशन द्वारा प्राचीन मंदिर को क्षति पहुंचाने पर मंत्री ने दिये जांच के निर्देश

देहरादून। प्रदेश के धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने उत्तरकाशी जनपद में विकासखण्ड मोरी के अन्तर्गत सोमेश्वर महादेव के प्राचीन मन्दिर को हंस फाउंडेशन द्वारा क्षति पहुंचाने की मंदिर समिति की शिकायत का संज्ञान लेते हुए धर्मस्व सचिव को पूरे मामले की जांच के निर्देशित दिये हैं।

प्रदेश के पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने उत्तरकाशी जनपद में विकासखण्ड मोरी के अन्तर्गत सोमेश्वर महादेव के प्राचीन मन्दिर को हंस फाउंडेशन द्वारा क्षति पहुंचाने की मंदिर समिति की लिखित शिकायत का संज्ञान लेते हुए धर्मस्व सचिव को पूरे मामले की जांच कर कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। उन्होंने धर्मस्व सचिव से कहा है कि जनभावनाओं के अनुरूप उक्त मन्दिर को क्षतिग्रस्त होने से बचाते हुए प्राचीन मंदिर के संरक्षण हेतु सभी तरह के उपाय किए जाएं।

ज्ञात हो कि सोमेश्वर महादेव मंदिर समिति के उपाध्यक्ष जयवीर सिह रावत और सह सचिव राम लाल विश्वकर्मा सहित कई लोगों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज से लिखित शिकायत कर कहा है कि जनपद उत्तरकाशी के ब्लाक मोरी के ग्राम पचायत जखोल में स्थित पौराणिक सोमेश्वर महादेव मंदिर 22 गांवों की आस्था का केन्द्र है। मंदिर में वर्ष 1861 से धरोहर के रुप में बहुत ही सुन्दर मूर्ति बनी है। यह मंदिर पांडव काल के समय से ही यथावत है। शिकायती पत्र में बाकायदा हंस फाउंडेशन का नाम लेते हुए मंदिर को कुछ गैर कानूनी संस्थाओं द्वारा नव निर्माण के नाम पर तोडे जाने की बात कहते हुए इसके संरक्षण की बात कही गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top